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निन्दन्तु नीतिनिपुणाः यदि वा स्तुवन्तु,
लक्ष्मीः समाविशतु गच्छतु वा यथेष्टम्
इत्यत्र कि छन्दः प्रयुक्तम् ?
अनुवाद - निन्दन्तु नीतिनिपुणाः यदि वा स्तुवन्तु, लक्ष्मीः समाविशतु गच्छतु वा यथेष्टम्। यहाँ कौन सा छन्द प्रयुक्त है?
स्पष्टीकरण -
लक्ष्मीः समाविशतु गच्छतु वा यथेष्टम् ।
अद्यैव वा मरणस्तु युगान्तरे वा
न्यायात्पथः प्रविचलन्ति पथं न धीराः ।।
Important Points
छन्द लक्षण - उक्ता वसन्ततिलका तभजा जगौ गः।
अतः उपर्युक्त छन्द में वसन्ततिलका छन्द का लक्षण घटित होने के कारण उपर्युक्त श्लोक वसन्ततिलका छन्द में है।
प्रश्न अनुवाद- अनुष्टुप छंद के प्रत्येक चरण में छठा वर्ण होता है -
स्पष्टीकरण- अनुष्टुप छंद के प्रत्येक चरण में 8 वर्ण होते हैं। जिनमें केवल 5, 6, 7 इन तीनों वर्णों पर ही नियम लगता है।
5वां वर्ण चारों चरणों में लघु तथा 6ठां वर्ण गुरु होता है। सातवां वर्ण द्वितीय तथा चतुर्थ चरण में लघु तथा अन्य चरण में गुरु होता है।
अतः स्पष्ट है कि अनुष्टुप छंद के प्रत्येक चरण में 6ठां वर्ण गुरु होता है।
अर्थागमो नित्यमरोगिता च प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च।
वश्यश्च पुत्रोऽर्थकरी चविद्या षड् जीवलोकेषु सुकानि राजन्।।
अस्मिन् श्लोके प्रयुक्ताछन्दसः नाम किम्?
उदाहरण - ऽ ऽ । ऽ ऽ। । ऽ । ऽ ऽ अर्थागमो नित्यमरोगिता च, (इन्द्रवज्रा) । ऽ । ऽ ऽ । । ऽ । ऽ ऽ प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च। (उपेन्द्रवज्रा)ऽ ऽ । ऽ ऽ । । ऽ । ऽ ऽ वश्यश्च पुत्रोऽर्थकरी चविद्या, (इन्द्रवज्रा) । ऽ । ऽ ऽ । । ऽ । ऽ ऽ षड् जीवलोकेषु सुकानि राजन्।(उपेन्द्रवज्रा)अत: स्पष्ट है कि प्रयुक्त श्लोक में उपजाति छन्द का प्रयोग हुआ है।
Key Points
अन्य विकल्प -
1.इन्द्रवज्रा -
2.उपेन्द्रवज्रा -
3.रथोद्धता छन्द -
प्रश्न अनुवाद- वंशस्थ छंद में प्रत्येक चरण में वर्ण होते हैं-
स्पष्टीकरण- वंशस्थ छंद एक वर्णिक छंद है। इसमें चार चरण या पाद होते हैं।
इसमें प्रत्येक चरण में बारह वर्ण होते हैं। जो क्रमशः जगण, तगण, जगण और रगण के क्रम में होते हैं।
उदाहरण - कपित्थजम्बूफलचारुभक्षणम्।
अतः स्पष्ट है कि वंशस्थ छंद के प्रत्येक चरण में बारह (12) वर्ण होते हैं।
प्रश्न का हिंदी भाषांतर : "मन्दं मन्दं नुदति पवनश्चानुकूलो यथा त्वाम्" यहाँँ कौन सा छंद है?
स्पष्टीकरण :
प्रस्तुत काव्यपंक्ति महाकवि कालिदास विरचित मेघदूतम् इस खंडकाव्य से संगृहीत है। संपूर्ण मेघदूतम् खंडकाव्य मंदाक्रांता इस छंद में विरचित है। अतः 'मन्दाक्रान्ता' यह इस प्रश्न का सही उत्तर है।
मंदाक्रांता छंद का लक्षण - मन्दाक्रान्ताऽम्बुधिरसनगैर्मो भनौ तौ गयुग्मम्।
Additional Information
अन्य उदाहरण -
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशंविश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम् ।लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम्वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥
अधोनिर्दिष्ट 'पद्य' में छन्द का निर्देश करें
खगा वासोपेताः सलिलमवगाहा मुनिजनः
प्रदीप्तोऽग्निर्भाति प्रविचरति धूमो मुनिवनम्।
परिभ्रष्टो दूराद् रविरपि च सङ्क्षिप्तकिरणो
रथं व्यावत्र्यासौ प्रविशति शनैरस्तशिखरम।।
conclusion
उदाहरण -। ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ । । । । । ऽ ऽ । । । ऽखगा वासोपेताः सलिलमवगाहा मुनिजनः। ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ । । ।। । ऽ ऽ । । । ऽप्रदीप्तोऽग्निर्भाति प्रविचरति धूमो मुनिवनम्।। ऽ ऽ ऽ ऽ ऽ ।। । । । ऽ ऽ । । । ऽपरिभ्रष्टो दूराद् रविरपि च सङ्क्षिप्तकिरणो। ऽ ऽऽ ऽ ऽ । । । । । ऽऽ । । । ऽरथं व्यावत्र्यासौ प्रविशति शनैरस्तशिखरम्।।
अत: 'शिखरिणी' विकल्प सही है।
अन्य विकल्प -1.शार्दूलविक्रीडितम् -
2.हरिणी -
3.मन्दाक्रान्ता -
प्रश्न अनुवाद - 'एकोनविंशतिः वर्णाः' किस छन्द में होता है ?स्पष्टीकरण -
शार्दूलविक्रीडित छन्द -
लक्षण - ‘सूर्याश्वैर्यदि मः सजौ सततगाः शार्दूल विक्रीडितम्'
अत: 'शार्दूलविक्रीडितम्' विकल्प सही है।
Additional Informationअन्य विकल्प -1.शिखरिणी -
2.वसन्ततिलका -
3.उपजातिः -
उपजाति का लक्षण -अनन्तरोदीरितलक्ष्म भाजौ पादौ यदीयावुपजातयस्ताः।इत्थं किलान्यास्वपि मिश्रितासु वदन्ति जातिष्विदमेव नाम।।
Key Points'मन्दाक्रान्ता छन्द' -
"विचिन्तयन्ती यमनन्यमानसा,
तपोधनं वेत्सि न मामुपस्थितम्।"
इति पद्यांशे छन्दः अस्ति-
उदाहरण -। ऽ । ऽ ऽ ।।ऽ । ऽ। ऽविचिन्तयन्ती यमनन्यमानसा। ऽ। ऽ ऽ । । ऽ । ऽ । ऽतपोधनं वेत्सि न मामुपस्थितम् । । ऽ । ऽ ऽ । । ऽ । ऽ । ऽस्मरिष्यति त्वां न स बोधितोऽपि सन्। ऽ । ऽ ऽ ।।ऽ । ऽ । ऽकथां प्रमत्तः प्रथमं कृतामिव ॥
अत: 'वंशस्थम्' विकल्प सही है।
अन्य विकल्प -1.अनुष्टुप् -
लक्षण -श्लोके षष्ठं गुरुर्ज्ञेयं सर्वत्र लघु पञ्चमम् । द्विचतुः पादयोर्ह्रस्वं सप्तमं दीर्घमन्ययोः ॥
2.वियोगिनी -
3.पुष्पिताग्रा -
प्रश्न अनुवाद - 'उदेति पूर्व कुसमं ततः फलम्।' उपर्युक्त चरण में छन्द का नाम है ?स्पष्टीकरण -
उदाहरण -। ऽ । ऽ ऽ । । ऽ ।ऽ । ऽउदेति पूर्वं कुसमं ततः फलम् (12 वर्ण, चरण के अन्त में यति)धनोदयः प्राक्तदनन्तरं पयः ।निमित्तनैमित्तिकयोरयं क्रमस्तव प्रसादस्य पुरस्तु सम्पदः ॥
अत: 'वंशस्थ' विकल्प सही है।
Correct (-)
Wrong (-)
Skipped (-)